After Nagpur Gospel Camp [Mar 2021] by brother Arvind Kumar (English, Hindi, Korean)
जय मसीह की,
मेरा नाम अरविंद कुमार है और मैं परमेश्वर का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं कि उसने मुझे अपनी सेवा के लिए चुना। इसलिए, जब हमने नागपुर सुसमाचार शिविर के लिए तारीख तय की, तो हमें उम्मीद नहीं थी कि कोरोना वायरस के कारण महारास्ट्र सरकार द्वारा उस दिन तालाबंदी होगी। हम मार्च 2021 की 1 तारीख को वहां जाने वाले थे और फरवरी के महीने में वहां तालाबंदी हुई और हम समझ नहीं पा रहे थे कि हम यह सब कैसे करेंगे। उस शहर में तालाबंदी थी और हमारी एयरलाइन के टिकट भी वहां के लिए कन्फर्म हो गए थे और हमें लगा कि सुसमाचार शिविर रद्द हो जाएगा। लेकिन मैं परमेश्वर का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं और परमेश्वर की स्तुति करना चाहता हूं क्योंकि उन्होंने सब कुछ अच्छा किया है … हर कोई नागपुर सुसमाचार शिविर के लिए प्रार्थना कर रहा था और उसने इसे संभव बनाया। सिवाय इसके कि हर कोई लॉकडाउन के दौरान अपने घरों में थे और परमेश्वर ने मुझे वहां अपने कार्य के लिए चुना। मुझे खुशी है कि सुसमाचार शिविर में हर कोई उसे स्वीकार कर रहा था और परमेश्वर के प्रेम और वास्तविक सुसमाचार को सभी ने जाना। उन्हे वास्तव में अपने जीवन में परमेश्वर के प्यार और वचनों की आवश्यकता थी क्योंकि जैसा कि यीशु ने कहा है … स्वस्थ लोगों को वैध की जरूरत नहीं है – बीमार लोगों को है ” क्योंकि उन्हें भी इसी तरह परमेश्वर के वचन की आवश्यकता थी। उन लोगो तक परमेश्वर के वचन को पहुचानें वाला कोई नहीं था। सुसमाचार शिविर में अधिकांश प्रशिक्षु पादरी थे और उन्होंने कबूल किया कि वे यीशु में 5 से 20 साल से हैं … लेकिन अब तक उन्हें इस प्रकार का सुसमाचार कभी नहीं मिला और उन्होंने कहा कि इस सुसमाचार ने वास्तव में उन लोगों के जीवन में कार्य किया और वे उनमें बदलाव महसूस कर रहे हैं..उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक को इस सुसमाचार शिविर की आवश्यकता है।
परमेश्वर का धन्यवाद
जय मसीह की
अरविन्द कुमार
Jai Masih Ki! My name is Arvind Kumar and I want to thank God that he chose me to serve him.
When we decided the date for the Nagpur gospel camp, we did not expect that there would be a lockdown during the training period by the Maharastra government due to the coronavirus. We were to go there on the 1st of March 2021 despite the lockdown that took place there in February. However, we just could not understand how we could serve the LORD in all of those situations. Many doubts and worries came into our minds. There was a lockdown in that city. And although our airline tickets were also booked and confirmed, we thought gospel camp would be canceled.
I want to thank God and praise God because he did all things for His glory. Everyone was praying for the Nagpur gospel camp and he made it possible. Despite there was a lockdown and everyone in the city had to stay in their homes, God chooses to glorify himself and wanted us to serve him there.
I am so glad that everyone in the gospel camp received him and came to know the love of God and the authentic gospel of Jesus Christ. They were in desperate need of the love and word of God in their lives. Just like Jesus says in Matthew 9:12, “those who are well have no need of a physician, but those who are sick”, people there were in need of the word of God. It was because there was no one to share the word of God.
Most of the trainees who attended were pastors and they confess that although they believed in Jesus for 5 to 20 years, they never understand this type of gospel until now. And they said that this gospel profoundly worked in those lives and they are noticing the changes in them. They also said that everyone needs to experience this gospel camp.
Thanks to God! Jai Masih Ki
ARVIND KUMAR
Jai Masih Ki!
제 이름은 Arvind Kumar입니다. 하나님을 섬기는 일을 위해 저를 선택해 주신 하나님께 감사드리고 싶습니다.
나그푸르 복음 캠프 날짜를 정했을 때 마하라스트라 정부가 코로나 바이러스로 인해 훈련 기간 동안 폐쇄될 것이라고 예상하지 못했습니다. 우리는 2 월에 그곳에서 봉쇄되었음에도 불구하고 2021 년 3 월 1 일에 그곳에 가야했습니다. 그러나 우리는 그 모든 상황에서 어떻게 주님을 섬길 수 있는지 이해할 수 없었습니다. 많은 의심과 걱정이 우리 마음 속에 떠 올랐습니다. 그 도시에 봉쇄가 있었습니다. 항공권도 예약하고 확인했지만 가스펠 캠프가 취소될 것이라고 생각했습니다.
하나님의 영광을 위해 모든 일을 하셨기 때문에 하나님께 감사하고 찬양하고 싶습니다. 모두가 나그푸르 복음 캠프를 위해 기도했고 그는 그것을 가능하게 했습니다. 봉쇄가 있었고 도시의 모든 사람들이 집에 머물러야 했지만 하나님은 자신을 영화롭게 하기로 선택하시고 우리가 그곳에서 그를 섬기기를 원하셨습니다.
복음 캠프의 모든 사람들이 그를 영접하고 하나님의 사랑과 예수 그리스도의 참된 복음을 알게 되어 너무 기쁩니다. 그들은 삶에서 하나님의 사랑과 말씀이 절실히 필요했습니다. 예수님께서 마태 복음 9 장 12 절에서 말씀하신 바와 같이, “건강한 사람은 의사가 필요 없고 아픈 사람은”하나님의 말씀이 필요한 사람이었습니다. 하나님의 말씀을 전할 사람이 없었기 때문입니다.
참석 한 대부분의 훈련생들은 목사님들 이였고 5 ~ 20 년 동안 예수님을 믿었지만 지금까지 이런 종류의 복음을 이해하지 못했다고 고백합니다. 그리고 그들은 이 복음이 그 삶에 근본적으로 일하셔서 그 변화를 경험하고 있다고 말했습니다. 그들은 또한 모든 사람들이 이 복음 캠프를 경험해야 한다고 말했습니다.
하나님께 감사합니다! 쟈이 마쉬 끼!
아르빈드 쿠마 형제 올림
What have you learned from this Gospel Camp?:
मैंने यह सीखा की जैसे इन लोगो को परमेश्वर की ज़रूरत थी वैसे ही कई गाँवों और शहरो में लोगों को परमेश्वर की ज़रूरत है।
I learned that in many villages and cities people need God just as these people needed God.
나는 많은 마을과 도시에서 사람들이 하나님이 필요한 것처럼 하나님이 필요하다는 것을 배웠습니다.
Any comments and Prayer Requests?
और मैं उन सभी भाइयों का धन्यवाद करता हूँ कि जिन्होंने इस कैम्प में मेरे लिय प्रार्थना किया और ये हो पाया। कृपा आप मेरे लिय और भी प्रार्थना करना की परमेश्वर मुझे और भी इस्तेमाल करे। और मेरी आप सभी से प्रार्थना है कि जब परमेश्वर के काम से जाऊँ तो मेरे परिवार को परमेश्वर सही से रखे।
And I thank all the brothers who prayed for me in this camp and it was done. Please pray more for me that God should use me more. And I pray to all of you that God should keep my family properly when I go from the work of God.
그리고 저는 이 캠프에서 저를 위해기도 해주신 모든 형제들에게 감사드립니다. 하나님께서 나를 더 많이 쓰시도록 더 기도해주십시오. 그리고 제가 하나님의 사역을 마치고 돌아 왔을 때 하나님께서 제 가족들을 잘 섬길 수 있도록 지켜 주시기를 여러분 모두에게 기도를 부탁 드립니다.
All Glory to God